शातिरों ने महिला की कृषि भूमि पर फर्जी तरीके से लिया लोन, झूठ बोलकर पीड़िता से 6 लाख भी हड़पे

Ghaziabad ( Deepak Sain ) : भोजपुर थानाक्षेत्र के गांव भटजन निवासी एक महिला की कृषि भूमि पर गांव के ही कुछ लोगों द्वारा फर्जी कागजात तैयार कर बैंक से लोन लेने का मामला सामने आया है। फर्जी तरीके से लोन लेने वाले आरोपियों में से एक आरोपी ने ही पीड़ित महिला को एक साल पहले अपने हिस्से की कृषि भूमि बेच दी थी। इतना ही नहीं सौदा कराने वाले दलालों ने भी महिला व उसके पति से अलग-अलग बहाने बनाकर 6 लाख रूपये भी ठग लिए। पीड़ित महिला की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।


गांव भटजन में सरोज अपने परिवार के साथ रहती है। वह अपने पति पुष्कर के साथ खेती व मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करती है। सरोज ने बताया कि पिछले साल उसने अपनी खेती की जमीन बेची थी। जब यह बात गांव के ही कुछ दलालों को पता चली तो वह महिला के पति के पास पहुंचे और गांव भटजन में ही एक दूसरी 2 बीघा कृषि भूमि को दिखाते हुए बताया कि यह जमीन काफी गहरे गड्ढे में है, जिस कारण यह कम दाम में मिल जायेगी। महिला ने बताया कि जमीन पसंद आ जाने पर गांव के ही दलालों ने खेत मालिक से मिलवाया। जिसके बाद सवा दस लाख में जमीन को सौदा तय हो गया और गत वर्ष 1 जून 2023 को मोदीनगर तहसील में सरोज ने अपने नाम कृषि भूमि का बैनामा करा लिया। जमीन की कीमत भी महिला ने विक्रेता के खाते में जमा कर दी।
दलाल ने खेत में भराव और पिलर लगवाने के नाम पर हड़पे 5 लाख :
महिला का आरोप है कि जमीन का सौदा कराने वाले गांव निवासी दलाल ने उनसे खरीदे गए गड्ढे वाले खेत का मिट्टी डलवाकर भराव कराने और खेत के चारों ओर पिलर लगवाने के नाम पर पांच लाख रू0 ले लिये, लेकिन पैसे लेने के बाद आरोपी ने न तो खेत में भराव करवाया और नही पिलर लगवाये। आरोपी अब पैसे लौटाने से भी इंकार कर रहा है। विरोध करने पर पीड़ित महिला और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी मिल रही है।
नहीं हो सका कृषि भूमि का दाखिल-खारिज :
बैनामा की गई इस कृषि भूमि की खतौनी में एक पुराना बैंक लोन दर्ज था, जोकि जमीन विक्रेता के मृतक पिता के नाम पर था। जमीन विक्रेता ने बैनामा करते वक्त बताया था कि यह बैंक लोन, बैंक में जमा हो चुका है। बस बैंक से नो डियूज लेना बाकि है। जिसके बाद महिला का दाखिल-खारिज हो जायेगा। आरोप है कि बैनामा करने के बाद और जमीन की कीमत लेने के बाद जमीन विक्रेता की नियत बदल गई और उसने अपने मृतक पिता के नाम खतौनी में दर्ज लोन का नो डियूज देने से साफ इंकार कर दिया। जिस कारण महिला का इस जमीन पर दाखिल-खारिज नहीं हो सका।
दाखिल-खारिज कराने के नाम हड़पे 1 लाख रू0 :
महिलाा ने बताया कि जब उसकी खरीदी हुई कृषि भूमि का खतौनी में दाखिल-खारिज नहीं हो पाया तो सौदा कराने वाले गांव के ही एक अन्य व्यक्ति ने उनसे जमीन का दाखिल-खारिज कराने के नाम पर एक लाख रू0 और हड़प लिए, लेकिन महिला की जमीन का आज तक दाखिल-खारिज नहीं हो पाया है और न ही दबंगों ने महिला को खरीदी गई कृषि भूमि का आज तक कब्जा दिया है।
महिला की खरीदी हुई कृषि भूमि पर फर्जी तरीके से लिया लोन :
महिला ने बताया कि करीब दो महीने पहले उसने खरीदी हुई इस जमीन की खतौनी की नकल तहसील से निकलवाई तो उसे मालूम हुआ कि उसकी इस जमीन पर बेचने वाले युवक ने आपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी कागजात तैयार करके बैंक से 65 हजार का लोन ले लिया है।
पीड़ित महिला ने लगाई पुलिस आयुक्त से न्याय की गुहार :
पीड़ित महिला अपनी शिकायत लेकर पुलिस आयुक्त गाजियाबाद के पास पहुंची। जहां पर पुलिस आयुक्त ने सहायक पुलिस आयुक्त मोदीनगर को जांच कर कार्यवाही निर्देश दिए हैं।
अधिकारी कथन :


पीड़ित महिला की शिकायत पर मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आगे की वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
ज्ञान प्रकाश राय, एसीपी मोदीनगर।

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