Ghaziabad (Deepak Sain) : मोदीनगर के गांव त्योड़ी तेरह बिस्वा निवासी एक किसान ने हल्का लेखपाल पर उसे जीवित रहते मृतक घोषित करने तथा उसकी कृषि भूमि को किसी अन्य के नाम दर्ज करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं पीड़ित किसान अपने आपको जीवित घोषित करने तथा अपनी उक्त कृषि भूमि पर अपना नाम वापिस दर्ज करवाने के लिए पिछले 7 महीनों से तहसील के चक्कर काटने को मजबूर है। पीड़ित किसान ने वर्तमान हल्का लेखपाल पर भी वापस नाम दर्ज करने के नाम पर 3 लाख रूपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। पीड़ित किसान ने उपजिलाधिकारी मोदीनगर व मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
गांव त्योड़ी तेरह में इन्साफ पुत्र औसाफ अपने परिवार के साथ रहते हैं। इन्साफ ने बताया कि उनको गांव त्योड़ी तेरह बिस्वा में तहसील प्रशासन द्वारा खसरा सं0-1575 में 0.3160है0 कृषि भूमि का पट्टा आवंटित किया गया था। जिसके बाद से वह अपनी कृषि भूमि पर बो-जोत करता चला आ रहा है। इन्साफ ने बताया कि कुछ समय पहले जब उन्होंने तहसील में जाकर अपनी कृषि भूमि की खतौनी ली तो उन्हें पता चला कि उनकी कृषि भूमि पर तत्कालीन हल्का लेखपाल ने उन्हें मृतक दिखाते हुए गांव निवासी एक युवक से पैसों से सांठ गांठ कर उसका नाम बतौर वारिस दर्ज कर दिया है। अपने आपको खतौनी में मृत देखकर पीड़ित किसान के पैरों तले जमीन खीसक गई।
पीड़ित किसान अपने आपको जीवित साबित करने के लिए काट रहा है तहसील के चक्कर :
पीड़ित किसान इन्साफ ने बताया जबसे उसे पता चला है कि तत्कालीन लेखपाल ने पैसे लेकर उसे मृत दिखाते हुए किसी अन्य व्यक्ति के नाम उसकी पौने चार बीघा कृषि भूमि किसी अन्य दबंग व्यक्ति के नाम पर दर्ज कर दी है, वह तभी से अपने-आपको जीवित साबित करने तथा वापिस अपना नाम खतौनी में दर्ज कराने के लिए मोदीनगर तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रहा है। लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
पीड़ित किसान अधिकारियों से मिलकर कई बार लगा चुका है गुहार :
पीड़ित किसान इन्साफ ने बताया कि वह अपने आपको जीवित साबित करने तथा अपनी उक्त कृषि भूमि में वापिस अपना नाम दर्ज कराने के लिए तहसील में अधिकारियों से मिलकर कई बार न्याय की गुहार लगा चुका है। पीड़ित किसान का आरोप है कि उसकी अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। पीड़ित किसान का कहना है कि उसने अपनी उक्त कृषि भूमि पर बैंक से ऋण भी ले रखा है। जो आज तक भी चल रहा है। इसके बावजूद भी वह अपने आपको जीवित साबित करने तथा अपनी खेती की जमीन में वापिस नाम दर्ज करवाने के लिए तहसील के चक्कर काटने को मजबूर है।
वर्तमान लेखपाल पर 3 लाख रूपये रिश्वत मांगने का आरोप :
पीड़ित किसान इन्साफ ने बताया कि वर्तमान हल्का लेखपाल उसकी कृषि भूमि में वापिस नाम दर्ज करने के नाम पर उससे 3 लाख रूपये रिश्वत के रूप में मांग रहा है। पीड़ित किसान ने बताया कि वर्तमान लेखपाल ने उनसे अभी तक 40 हजार रूपये ले भी लिए, लेकिन उसके बावजूद भी वर्तमान हल्का लेखपाल ने उनका नाम कृषि भूमि पर वापिस दर्ज नहीं किया है। आरोप है कि हल्का लेखपाल पूरे 3 लाख रूपये की रिश्वत लेने की जिद पर अड़ा है।
पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल व उपजिलाधिकारी से शिकायत कर लगाई न्याय की गुहार :
बुधवार को पीड़ित किसान ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर तथा मोदीनगर उपजिलाधिकारी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित किसान का कहना है कि वह पहले भी कई बार अधिकारियों से मिलकर न्याय की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अधिकारी भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही करना नहीं चाहते हैं।
अधिकारी कथन :
मामले की जांच कराकर पीड़ित किसान को न्याय दिलाया जायेगा। वहीं इसके विपरित जांच में दोषी पाये गए लोगों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
रजत सिंह, तहसीलदार मोदीनगर।